- ऑनलाइन ठगी के इस नेटवर्क का संचालन एमपी नगर से हो रहा था
- सायबर पुलिस ने दोनों संस्थानों में दबिश देकर नेटवर्क का खुलासा किया
पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपी वर्क फ्रॉम होम के नाम पर बेरोजगारों को फर्जी असाइनमेंट देकर रजिस्ट्रेशन फीस वसूल लेते थे। जब बेरोजगार असाइनमेंट पूरा कर लौटता तो उसमें कमी निकालकर थोड़ी बहुत रकम उसे थमाकर भगा देते थे। अब तक दोनों जालसाजों ने 600 से ज्यादा बेरोजगारों से 27 लाख रुपए से ज्यादा रकम ठगी है। पुलिस दोनों से उनके अन्य गुनाहों को लेकर सवाल कर रही है।

एसपी सायबर गुरकरण सिंह ने बताया कि इस संबंध में बेरोजगारों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही थीं। तकनीकी जांच के बाद इंस्पेक्टर अभिषेक सोनकर की टीम ने एमपी नगर में संचालित दो संस्थानों पर दबिश दी। लुभावनी वेबसाइट बनाकर बेरोजगारों को झांसे में लिया जाता था। पुलिस ने मास इन्फो मीडिया के संचालक अनिरुद्ध चौकसे और बिजनेस इन्फोटेक के संचालक गौरव जोशी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि अनिरुद्ध ने ये गड़बड़ी करीब दो साल पहले ही शुरू की है, जबकि गौरव करीब चार साल से बेरोजगारों को धोखा दे रहा है।