नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली में हुई हिंसा (Violence) को लेकर संसद (Parliament) में एक बार फिर से विपक्ष (Opposition) ने जमकर हंगामा किया, जिसके चलते संदन को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद भी दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) के खिलाफ संसद परिसर में लगी महातमा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह, एनडी गुप्ता और भगवंत नाम केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि सोमवार को संसद में बजट सत्र (Budget Session) का दूसरा चरण शुरु हुआ। लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों ने दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा के कारण गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफा की मांग करते हुए भारी हंगामा किया और इस दौरान कांग्रेस एवं भाजपा सदस्यों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद अपराह्न चार बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
राज्यसभाः दिल्ली हिंसा को लेकर आपस में भिड़े सत्ता पक्ष और विपक्ष
‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’
कांग्रेस एवं द्रमुक सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाने लगे। कांग्रेस सदस्यों के हाथों में पोस्टर थे जिन पर ‘गृह मंत्री इस्तीफा दो’, ‘सेव इंडिया’, अमित शाह इस्तीफा दो’ के नारे लिखे थे। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान से ही नारेबाजी कर रहे थे।
विपक्ष के हंगामे के कारण सदन की बैठक अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। तीन बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही । हंगामा थमता नहीं देख पीठासीन सभापति रमा देवी ने सदन की कार्यवाही चार बजे तक के लिये स्थगित कर दी। रमा देवी ने कांग्रेस सदस्यों से नाराजगी जताते हुए कहा कि आप लोगों ने बहुत गलत किया है।
लोकसभा में कांग्रेस- BJP सदस्यों में धक्का- मुक्की, कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी
राज्यसभा में भी हुआ हंगामा
वहीं राज्यसभा (Rajyasabha) में भी दिल्ली में हुई हिंसा के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष में अनेक बार टकराव देखने को मिला। जिस कारण एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे जब बैठक फिर शुरू हुई तो उप सभापति हरिवंश ने केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय विधेयक को चर्चा एवं पारित कराने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का नाम पुकारा। इसी बीच आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गये।