इस थेरेपी के बारे में डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस भीमाशंकर से गुलेड ने बताया कि पुलिसकर्मी रिलैक्स जुंबा से करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि टीम बिल्डिंग स्पिरिट इससे आएगी क्योंकि जब एक साथ प्रैक्टिस बिना रैंक के अंतर से करेंगे और परफॉर्म भी करेंगे।
उन्होंने बताया, एक्सपर्ट्स ने उन्हें दो दिन तक ट्रेन किया। पुलिस अपने फ्री टाइम में जुंबा जारी रख सकते हैं, अगर उन्हें दिलचस्पी नहीं है तो उनपर दबाव नहीं डाला जाएगा। लेकिन हमें खुशी है होगी अगर 10 प्रतिशत भी जुंबा में दिलचस्पी दिखाएं और करना जारी रखें।